गुरु, शिष्य और एक भैंस: जीवन की सबसे बड़ी सीख।
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| guru shishya aur kisan |
“आज हम एक ऐसी दिल को छु लेने वाली Hindi Kahani लेकर आए हैं, जो जीवन के प्रति आपकी सोच बदल देगी। यह Guru Shishya Kahani सिर्फ एक किस्सा नहीं, अपितु एक Motivational Story in Hindi है जो सिखाती है कि कैसे हमारा 'कम्फर्ट जोन' ही हमारी उन्नति का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। यह Bhais aur kisan ki kahani एक अद्वितीय उदाहरण है कि कैसे उचित मार्गदर्शन और अथक परिश्रम से इंसान अपनी भग्य बदल सकता है। यह एक Garibi se amiri tak ki kahani है, जहाँ Guru ki seekh ने एक लाचार किसान को क्षेत्र का सबसे धनवान व्यक्ति बना दिया। अगर आप भी जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं और एक Inspirational Story की तलाश में हैं, तो यह Best Hindi Story आपके लिए है। आइए, जानते हैं इस Success Story और Moral Stories in Hindi के जरिए कि अपनी असली क्षमता को पहचान कर अपनी Safalta ki kahani कैसे लिखी जाए।"
प्राचीन काल की बात है । एक गुरु अपने एक शिष्य के साथ वीरान जंगल से होते हुए अपने आश्रम को जा रहे थे। दिन ढल चुका था और बहुत अँधेरा हो चूका था। शिष्य ने अपने गुरु से नम्रता पूर्वक कहा कि हे गुरुवर ! रात काफी हो चुकी है अगर आप आपकी आज्ञा और सहमति हो तो आज की रात यही आस-पास के किसी गांव में गुजार ले, गुरु जी ने अपना सर सहमति में हिलाया और वो पास के ही गांव में एक छोटे से घर के पास जाकर रुके।
दरवाजे पर पहुंच कर शिष्य ने दरवाजा ठकठकाया। ठक ठकाहट की आवाज सुनकर उस घर से एक गरीब आदमी बाहर आया। द्वार पर संत जानो को देखकर उस गरीब व्यक्ति में बहुत ही विनम्र भाव से पूछा, महात्मन मैं आपकी किस प्रकार से सेवा कर सकता हूं कृपया बताए।
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गुरु जी ने बोला हम दूर के गांव से सत्संग के उपरांत अपने आश्रम को लौट रहे थे ।लेकिन काफी रात होने के कारण हमने इसी गांव में रुकने को सोचा है। क्या आज रात हम आपके घर विश्राम कर सकते है? गरीब आदमी ने बोला , "हां क्यों नहीं ? ये तो मेरा सौभाग्य है।आप दोनों अंदर आ जाईये ।"
अंदर प्रवेश करने पर गुरु जी को आभास हुआ कि उस आदमी के घर में बहुत ज्यादा गरीबी है। थोड़ा जल ग्रहण करने के उपरांत गुरु जी ने उससे पूछा कि आप काम क्या करते हो? वह गरीब आदमी बोला की मेरे पास बहुत सारी जमीन है ! तो गुरु जी ने बोला "अगर तुम्हारे पास बहुत सारी जमीन है तो इस तरह से निर्धनता में क्यों रह रहे हो?" वह आदमी बोला "गुरुवर! यह किसी काम की नहीं है, गांव वाले बोलते है कि ये जमीन बंजर और अनुपजाऊ है। यहाँ पर कुछ भी नहीं उगाई जा सकती है और वहा फसल उगाना बहुत बड़ी मूर्खता है। केवल और केवल बीज की हानि करना है।"
गुरु जी ने पूछा कि तुम्हारा गुजारा कैसे होता है? उसन निर्धन व्यक्ति ने बोला महात्मान मेरे पास एक भैस है जिससे मेरा पूरा परिवार का भरण पोषण होता है। ये सब सुनने के बाद गुरु जी सो जाते है।
और रात में भोर होने से पहले , जब गांव के सब लोग सो रहे होते है, तब गुरु जी अपने शिष्य को उठाते है, और उस गरीब आदमी की भैस अपने साथ लेकर आश्रम के लिए चले जाते है। शिष्य को बड़ा आश्चर्य होता है ।वह अपने गुरु से पूछता है कि गुरुवर !कही आप ये गलत तो नहीं कर रहे है ? उस गरीब आदमी की परिवार का भरण पोषण इसी भैस की वजह से चलती है ।
इस पर गुरु जी अपने शिष्य की तरफ देखते है और मुस्कुराते हुए आगे बढ़ जाते है। उस घटना को कई वर्ष गुजर जाता है । गुरु जी भी अब संसार से विदा हो चुके थे और जो गुरु का शिष्य था वह बहुत बड़ा विद्वान बन चूका था। किंतु उस रात की बात शिष्य कभी भूल न सका ।
एक दिन उन्हें उस गरीब आदमी की बहुत याद आयी कि मेरे गुरु ने उस आदमी के साथ अच्छा नहीं किया था ।मुझे एक बार चलकर देखना चाहिए की वह गरीब आदमी अब किस परिस्थिति में है। वह शिष्य अपने आश्रम से उस गांव की तरफ जाता है। और जैसे ही उस गांव में पहुँचता है तो शिष्य अचंभित रह जाता है। वह देखता है की जहां पर उस निर्धन व्यक्ति का झोपड़ी था वहा पर एक आलीशान महल बन चूका है और उस झोपडी के बाहर जो बंजर जमीन थी उस पर फल फूल और फसल उगा है।
तभी अंदर से उस घर का मालिक आता है । शिष्य उसे पहचानते हुए उस व्यक्ति को बोलता है । तुमने मुझे पहचाना मैं अपने गुरु जी के साथ आया था हम लोग एक रात के लिए आपके घर में ठहरे भी थे। वह आदमी उसे पहचान लेता है और बोलता है कि रात में ही आप कहा चले गए थे और उसी रात को ही मेरी भैस भी कही चली गयी थी। परिवार चलाने के लिए मेरे पास कोई रास्ता नहीं था। मुझे अपने जमीन पर बहुत मेहनत करनी पड़ी और फसल निकल आयी और आज मैं इस गांव का सबसे प्रतिष्ठित और सबसे धनवान आदमी बन चूका हूँ।
ये सुनकर शिष्य के मन में अपने गुरु के लिए आदर और भी बढ़ गया।आँखों में अपने गुरु जी के लिए आँसु आ गए। और उसे ये बात अब समझ आयी और वो रोने लगा।
इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है कि हमारे अंदर ऐसी बहुत सी प्रतिभा छुपी हुई है किंतु हमें कोई ना कोई चीज़ रोक कर रखी है, वो आपके परिवार वाले भी हो सकते है, आपका नौकरी भी हो सकती है कुछ और भी हो सकता है देखिये आपके पास भी तो भैस की जैसी कोई दूसरी चीज़ तो नहीं है जिसने आपको आगे बढ़ने से रोककर रखा है।
"अंत में यही कहेंगे कि यह Hindi Kahani केवल मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली Motivational Story in Hindi है जो हमें अपनी सीमाओं को तोड़ने की
प्रेरणा देती है। यह Inspirational Story सिखाती है कि कैसे एक Guru Shishya Kahani के माध्यम से जीवन का सबसे बड़ा सीख लिया जा
सकता है। Moral Stories in Hindi के विशाल सागर में, यह कहानी अपनी गहरी सीख की वजह से एक Best Hindi Story मानी जा सकती है। यह Bhais
aur kisan ki kahani असल
में एक Success Story है जो हमें Garibi
se amiri tak ki kahani का रास्ता
दिखाती है। Guru ki seekh story हमें सिखती है कि जब हम अपने 'कम्फर्ट जोन' को छोड़ते हैं, तभी तब हमारी Safalta
ki kahani शुरू
होती है। हमें आशा है कि यह Heart touching story
आपके जीवन में
सकारात्मकपरिवर्तन लाएगी और आपके लिए एक Life
changing story in Hindi साबित
होगी।"


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