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| dukh ka ant |
दुनिया का सबसे अमीर इंसान भी दुखी क्यों हो सकता है? आज की यह Hindi Kahani इसी रहस्य से पर्दा उठाती है। यह एक Heart Touching Story है जो सोचने पर विवश कर देगी कि आखिर Asli Sukh Kya Hai? यह Motivational Story in Hindi एक ऐसे गांव की है जहाँ लोगों को एक ही रात में बेशुमार धन तो मिला, लेकिन शांति फिर भी नहीं मिली। एक बूढ़े Fakir ki Kahani के जरिए हम जानेंगे कि सुख बाहर की दुनिया में नहीं, बल्कि हमारे भीतर है। अगर आप Inner Peace Story या Gautam Buddha Story जैसी Moral Stories in Hindi पढ़ना पसंद करते हैं, तो यह Life Changing Story आपके सोच को पूरी तरह बदल देगी। आइए जानते हैं, सच्चा आनंद पाने का राज। जो बाहर है वह आनंद नहीं है, और जो भीतर है उसे खोजने कहां जाऊं?
एक दिन एक राज्य के लोग सोकर उठे ही थे कि उन्हें एक अदभुत घोषणा सुनाई पड़ी। ऐसी घोषणा उस राज्य में इसके पूर्व कभी भी नहीं सुनी गई थी। किंतु वह घोषणा कहां से आ रही है, यह समझ में नहीं आ रहा था। उसके प्रत्येक शब्द स्पष्ट थे। वे शब्द आकाश से आ रहे थे,। उनके घोषणा का स्रोत मनुष्य के समक्ष नहीं था।
घोषणा कुछ इस तरह था कि राज्य के लोगों, परमात्मा की ओर से सुखों की अमूल्य भेंट! दुखों से मुक्त होने का अचूक अवसर! आज अर्धरात्रि में, जो भी अपने दुखों से मुक्त होना चाहता है, वह उन्हें कल्पना की गठरी में बांध कर गांव के बाहर फेंक आवे और लौटते समय वह जिन सुखों की कामना करता हो, उन्हें उसी कल्पना की गठरी में बांध कर सूर्योदय के पूर्व घर लौट आवे। उसके दुखों की जगह सुख आ जाएंगे। जो इस अवसर से चूकेगा, वह सदा के लिए ही चूक जाएगा। यह अवसर केवल एक रात्रि के लिए पृथ्वी पर प्रदान किया गया है। विश्वास करो और फल प्राप्त करो। विश्वास फलदायी है।’’ सूर्यास्त तक उस दिन यह घोषणा बार-बार दुहराई गई । जैसे-जैसे रात्रि निकट आने लगी, अविश्वासी भी विश्वासी होने लगे।
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| fakir ki kahani |
घर पहुंच कर जो देखा तो स्वयं की ही
आंखों पर विश्वास नहीं आता था! झोपड़ों की जगह महल खड़े थे। सब
कुछ स्वर्ण मय हो गया था। सुखों की वर्षा हो रही थी। जिसने जो चाहा था, वही
उसे मिल गया था। यह सब तो आश्चर्य था ही, किंतु एक और महाआश्चर्य था! यह सब पाकर
भी लोगों के चेहरों पर कोई आनंद नहीं था। पड़ोसियों का सुख सभी को दुख दे रहा था।
एक दूसरे का सुख देखा नही जा रहा था।मन में ईर्ष्या की भावना प्रबल हो गई।पुराने
दुख चले गए थे--लेकिन उनकी जगह बिलकुल ही नया दुख और चिंताएं साथ में आ गई थीं। दुख
बदल गए थे, लेकिन चित्त अब भी वही थे और इसलिए दुखी थे।
संसार नया हो गया था, लेकिन व्यक्ति तो वही थे और इसलिए वस्तुतः सब
कुछ वही था।
" यह Hindi Kahani हमें जीवन का सबसे बडी सीख देती है कि दौलत और महलों में Asli Sukh नहीं मिलता। इस Motivational Story in Hindi के द्वार हमने जाना कि कैसे बाहरी सुख-सुविधाएं मिल जाने के बाद भी मनुष्य का मन अशांत ही रहता है। उस बूढ़े Fakir ki Kahani ने यह साबित कर दिया कि Real Happiness और Inner Peace कहीं बाहरी संसार में नहीं, अपितु हमारे भीतर ही छिपी है। यह Life Changing Story हमें याद दिलाती है कि दूसरों से बराबरी और ईर्ष्या ही हमारे दुख का असली कारण है। उम्मीद है कि यह Heart Touching Story और Best Hindi Story आपके दिल को छू गई होगी। ऐसी ही ज्ञानवर्धक Moral Stories in Hindi और Inspirational Story पढ़ने के लिए हमारे साथ जुड़े रहें और सुख को दुनिया में नहीं, अपने भीतर तलाशें।"


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